Saturday 7 June 2014

मेरी बीवी और मेरे दोस्त - होली का त्योंहार-3a - देव शर्मा

 






मेरी बीवी और मेरे दोस्त - होली का त्योंहार-3a
- देव शर्मा  




विडियो देखते ही मेरे चहरे पर मुस्कान गयी !विडियो में देखा जैसे ही मै
बाहार निकला मोउमिता   तुरंत आयी और आके दरवाज़ा बंद कर लिया ! फिर टी वी की आवाज़
तेज़ कर दी ! फिर वो किचन की तरफ चली गयी ! कोई पांच मिनट हुए होंगे आकाश
बाहर निकला और आकर सोफे पर बैठ गया ! उसने मोउमिता   से कुछ पुछा पर टी वी की
आवाज़ में मुझे कुछ नहीं सुनाई दिया ! पर मैंने अंदाज़ा लगा लिया की वो जरुर
मेरे बारे में ही पूछ रहा था ! वो उठा और किचन की तरफ चला गया मुझे कुछ नहीं
दिखा ! कुछ देर दोनों किचन में ही रहे फिर अचानक मोउमिता   बहार निकल कर दरवाज़े
की तरफ गयी शायद उसे लगा होगा कोई गया है पर वो वापस जाने के लिए मुड़ी तो
तब तक आकाश  भी उसके पीछे चूका था ! उसने पीछे से मोउमिता   के दोनों चूचो के
कस के दबा लिया था ! मोउमिता   ने काफी कोशिश की उससे छुटने की पर उसने कस कर पकड़
लिया था ! आकाश  उसे वैसे ही पकडे पकडे बेड की तरफ ले जाने लगा पर वो भी पूरी
कोशिश कर रही थी उस से बचने की ! आकाश  की थोड़ी सी पकड़ ढीली हुई तो मोउमिता   उस
से छुट कर किचन की तरफ भागने लगी ! वो भी उसके पीछे पीछे भागा ! इस बार वो उसे
कंधे पर उठा कर अन्दर ले आया और उसने उसे वही बेड पर पटक दिया ! मोउमिता   बिलकुल
चित बिस्तर पर पड़ गयी ! आकाश  उसके ऊपर सवार हो गया उसने उसकी दोनों टांगे
खोल दी और उसके स्तनों को दबाने लगा आकाश  उसकी दोनों जांघो के बीच में था और
उसके एक हाथ उसके चूचो पर और एक उसकी गांड को भींच रहा था ! मोउमिता   भी काफी
जोर लगा रही थी उस की पकड़ से निकालने की पर नाकामयाब थी ! फिर आकाश  ने
मोउमिता   के पजामे में हाथ डाला और उसे नीचे खिचने लगा ! मोउमिता   ने काफी विरोध
किया पर फिर निराशा !!!! आकाश  ने काफी जोर लगा कर किसी तरह मोउमिता   के
पायजामे को घुटनों तक नीचे कर दिया था ! मोउमिता   ने भी अन्दर से कुछ नहीं पहना
था अब आकाश  ने अपना भी शोर्ट्स नीचे किया और अपना हथियार निकाल लिया ! मुझे
कुछ दिख नहीं रहा था क्योकि मोउमिता   जिस तरह से बेड पर लेटी थी वो मुझे नहीं
दिख रही थी बस उसकी दोनों खुली हुई टाँगें मुझे दिख रही थी जिनके बीच में
आकाश  चडा हुआ था ! आकाश  ने अपना लंड उसकी चूत में फिट किया ही था की बाहर
दरवाज़े पर कोई गया था ! धत तेरे की ! फिर से खड़े लंड को धोखा मोउमिता   जल्दी
से उठी अपने पायजामे को ऊपर किया और हसती हुई किचन में चली गयी ! आकाश  ने भी
बेड की चादर ठीक की और दरवाज़ा खोलने गया !!! में अन्दर गया !!!अब तो आग
इतनी लग चुकी थी की बुझाना बहुत मुश्किल था ! तभी कौशिक  और राजीव  भी गए !
उन्होंने भी मोउमिता   को हवस भरी निगाहों से देखा और सोफे पर बैठ गए ! मैंने भी
उन दोनों को नहाने के लिए बोला ! वो दोनों भी कुछ देर में नहा कर बहार कर
बैठ गए ! कौशिक  ने तो मेरा एक पायजामा पहन लिया था ! पर राजीव  ने कहा की वो अब
लुंगी पहनेगा ! मेरे पास लुंगी नहीं थी तो मैंने मोउमिता   की एक चुन्नी उसे दे
दी ! उसे ही लपेट कर वो हमारे साथ बैठ गया ! पर एक चीज़ बराबर थी उन तीनो में
तीनो के लंड बिलकुल तने हुए थे ! राजीव  को तो बार बार अपनी लुंगी सीधी करनी पड़
रही थी !

फिर हमारे बीच में दौर शुरू हुआ दारू का ! चारों ने जाम से जाम टकरा कर चिअर्स
कहा और हम शुरू हो गए ! जाम पर जाम चलते रहे ! मुझे फिर से नशा चड़ने लगा पर
वो तीनो मस्त बैठे रहे ! वैसे भी वो तीनो रोज़ के पीने वाले थे उनको तो आदत थी
में तो कभी कभी का खिलाडी था !
बीच बीच में मोउमिता   हमारे लिए कुछ कुछ लाती रहती थी तो वो तीनो भी उधर ही
देखते रहते थे ! वैसे भी उसने अन्दर से कुछ नहीं पहना था तो उसके मुम्मो की
झलक साफ़ दिख रही थी मेरा भी बुरा हाल था ! मैंने सोचा थोडा सा हल्का हो कर आता
हूँ में बाथरूम में चला गया और वहां अपना लंड निकाल कर मोउमिता   और आकाश  के
विडियो को देख कर मुठ मारी ! बहुत मज़ा आया में भी जानबूझ कर थोड़ी देर वही रहा
ताकि उन तीनो को मौका मिल जाए कुछ माहौल गरम करने का ! मैंने सुनने की कोशिश
की पर टी वी की आवाज़ में कुछ सुनाई नहीं दिया !
अब तो मेरा मन था की किसी ऐसी जगह बैठ जाऊ जहाँ से में सब कुछ साफ़ साफ़ देख
सकूँ की ये चारों क्या करते है ! मैं सोच रहा था काश दिन में मेरे दोस्त आते
तो आज मुझे अपने सामने एक ब्लू फिलम देखने का मौका मिल जाता ! दूसरी बार भी
मौका था और तीसरी बार तो ......अब मोउमिता   के हाव भाव से भी लग रहा था की अब
उसकी भी जवानी जी भर के लुटना चाहती है ! वो भी बार बार हम लोगों के बीच में
से उठ कर कभी किचन तो कभी बाथरूम में जा रही थी ! और जान बुझ कर इस तरह से चल
रही थी की उसके कुल्हे उन्हें हिलाते हुए दिखे या फिर इस तरह से झुक रही थी की
उसके उरोजो की लकीर उन सभी को और भड़का दे ! बस अब तो यही लग रहा था की कब में
बाहर जाऊ और वो अपनी जवानी उन तीनो को सौप दे !! मैंने अब सोचा अब मुझे
उत्तेज़ना को और बढाना चाहिए तो मैंने एक काम किया जब मोउमिता   हमारे बीच में
बैठने आयी तब मैंने जान बुझ कर मोउमिता   के पायजामे पर दाल गिरा दी !
मोउमिता   के पायजामे पर जैसे ही दाल गिरी वो तुरंत उठी और गुस्सा हो गयी !
" ये क्या किया देव शर्मा  तुमने अभी तो मै नहा कर और कपडे बदल कर आयी थी ! अब फिर
से जाना पड़ेगा मुझे "
" तो क्या हुआ जान एक बार और नहा लो ना ! " मैंने भी मज़े लेते हुए कहा !
" पर अभी तो मेरा एक ही पायजामा बचा था और दुसरे तो धुलने के लिए मशीन में पड़े
है ! और घर में रात को मैं ना सलवार सूट पहनती हूँ ना कोई साड़ी तुम तो ये
जानते ही हो "
ये बात में भी जानता था की मोउमिता   के पास अभी एक ही पायजामा पड़ा था ! और उसके
और कपडे अभी गंदे है !

" तो एक काम करों ना तुम क्यों ना वो अपनी नीले वाली स्कर्ट टॉप पहन लो ना
वैसे भी काफी टाइम हो गया है तुमने तो वो पहनना भी छोड़ दिया है " मैंने उसे
उकसाया !
"वैसे भी तुम उस ड्रेस में बहुत अच्छी लगती हो ! " मैंने और बात को आगे बढाया !
"नहीं अब में उस ड्रेस के लायक नहीं हूँ ! अब वो मुझे फिट नहीं आएगी " मोउमिता 
ने थोडा हंसते हुए बोला !
"नहीं एक बार ट्राई तो करों ना ! अभी पता चल जाएगा की वो ड्रेस तुम पर कैसी
लगती है ! ये तीनो है ना बताने वाले " क्यों है ना दोस्तों !
"हा भाभी आज तो आप हमें भी दिखा ही दो ना ! वैसे भी आप पर तो सारे हे कपडे अछे
लगते है ! राजीव  ने चुटकी ली !
"हा हा आज ही देख लो ना भाभी आप सुबह वाली साड़ी में क्या गज़ब लग रही थी "
कौशिक  ने भी मज़े लिए !
मैंने मन ही मन सोचा अब आकाश  तू भी कह ही दे की भाभी आप सुबह ब्लाउस और और
पेटीकोट में कैसी लग रही थी
"वैसे भाभी आप चुस्त कपड़ों में ज्यादा आकाश  लगती हो " आकाश  बोला !
में आकाश  की इस हिम्मत पर हैरान था की कैसे उसने मेरे सामने ये बात कही पर
अब जब वो मोउमिता   की चूत का स्वाद चख ही चूका था तो अब इतना बोलने में क्या
डरना !
मोउमिता   उन तीनो की बात सुनकर मुस्कुरा रही थी ! मोउमिता   ने भी तो राजीव के लंड
का एक शोट तो अपनी चूत में लिया ही था शायद उसी शोट का कामल था की वो भी अब
इतनी मचल रही थी !
में अब काफी नशे में हो गया था और मेरी ऑंखें बंद होने लगी थी ! मुझे तो लग
रहा था की कही ये जान बुझ कर तो मेरे पेग बड़े नहीं बना रहे है !
"यार अब में नहीं पियूँगा तुम लोग चालू रखो में थोडा सा आराम करना चाहता हूँ !
" मैंने उठते हुए कहा !
"अरे नहीं यार ऐसे कैसे चलेगा तेरे घर में है और तू ही कंपनी नहीं दे रहा है
ऐसे अच्छा कोई लगता है " आकाश  ने मेरा हाथ पकड़ते हुए कहा !
"यार नहीं अगर मैंने एक दो पेग और पिये तो में तो कोमा में चला जाऊंगा " !
"यार तो फिर हम भी जा रहें है " आकाश  उठने को हुआ !
"अरे मैंने ऐसा कब कहा की तुम जाओ तुम्हारा ही घर है जब तक मर्ज़ी तब तक पीयो !
मैंने उन्हें रोकने के लिए कहा
मैंने सोचा साले तुम चले जाओगे तो मोउमिता   का क्या होगा !उसके तो नीचे आग लगी
होगी ! अब जिन्होंने आग लगाई है ! वो ही तो इस आग को बुझाएंगे !
"अरे यार में कही जा तो रहा नहीं हूँ यही इस बिस्तर पर लेटा हूँ थोडा सा नशा
ज्यादा हो गया है बस थोडा सा उतर लूँ फिर दुबारा से तुम्हारे साथ बैठ जाऊंगा !
मैंने कहा
"और तब तक तुम्हारी भाभी है ना तुम्हारा साथ देने को दारू नहीं तो कोल्ड
ड्रिंक लेकर वो तुम्हारे साथ बैठ जाएगी ! क्यों मोउमिता   बैठोगी ना " मैंने
मोउमिता   से जानना चाहा जबकि में जनता था वो कब से तैयार है !
"हा क्यों नहीं अब आप लोग रोज़ तो आते नहीं हो जो मैं एक दिन भी आप के साथ ना
बैठ सकूँ ! "
हा सही है उन्हें उन्हें इशारों इशारों में रोज़ आने का न्योता दे रही थी !
"चलो एक काम करते है तब तक मोउमिता   तुम कपडे चेंज कर लो में तब तक राजीव  के साथ
तुम्हारे लिए कोल्ड ड्रिंक ले आता हूँ और थोडा सा मेरा भी सर हल्का हो जाएगा "
"नहीं भाई में नहीं आप कौशिक  को ले जाओ में बहुत थक गया हूँ " राजीव  ने मना
किया !.
"अरे यार मुझे क्यों फसा रहा है में भी तो थक गया हूँ आकाश  भाई आप चले जाओ !
आप सुबह से कही नहीं गए "कौशिक  ने आकाश  को फसाया !
"चलो यारों जैसी तुम्हारी इच्छा में ही चला जाता हूँ चल देव शर्मा  " आकाश  जाने
के लिए उठा !
मोउमिता   भी अलमारी से अपनी ड्रेस निकाल कर बाथरूम में चली गयी ! आकाश  बाहर
चला गया मैंने फिर वही किया जो हर बार करता था अपना फोन रेकॉर्डिंग मोड़ पर
डाला और उसी जगह इस तरह से लगाया की किसी को दिखा नहीं क्योंकि वो दोनों तो
दारू पीने और टी वी देखने में मस्त थे ! वो भी शायद अपने जुगाड़ में ही थे !
कैमरा फिट करके में भी बाहर चला गया !
आकाश  और में बातें करते हुए चले जा रहे थे पर मेरा ध्यान तो अन्दर होने वाली
हरकत पर था ! मन ही मन में सोच रहा था मोउमिता   जब बाथरूम से बाहर आएगी तो क्या
वो दोनों मोउमिता   को नंगी कर देंगे या फिर मोउमिता   के बदन से खेलेंगे या फिर
आकाश  की तरह उसकी स्कर्ट उठा कर उसकी चूत मारेंगे ! सोच सोच कर ही मेरा खड़ा
हुआ जा रहा था ! मैंने अंदाज़ा लगा लिया अब मोउमिता   बाहर गयी होगी ! पहले राजीव
या कौशिक  कौन उसको पहले भिचेगा या फिर दोनों ही उसके ऊपर चढ़ जाएँगे ! जिस तरह
से सुबह वो दोनों भूखे भेड़िये की तरह उस पर टूटे थे उस तरह से तो अब मौका
बहुत अच्छा है अब तो मोउमिता   को एक ने जरुर पेल दिया होगा ! करीब बीस मिनट तक
हम दोनों बाहर ही रहे तो मैंने आकाश  को चलने को कहा पर उसने थोडा और रुकने
को कहा ! वो भी उन दोनों को मौका दे रहा था मोउमिता   को चोदने देने का !
करीब ४५ मिनट तक हम बाहर रहे अब तो पक्का था की दोनों ने कम से कम दो बार
मोउमिता   की चूत चोद दी होगी ! जरुर नंगी करके पेला होगा !पर वो तो अब वह सब
रेकोर्डिंग के बाद ही पता चलेगा !
खेर हम घर की तरफ आये और दरवाज़ा बंद देखकर खटखटाया ! तो काफी देर बाद राजीव  ने
दरवाज़ा खोला मैंने पूछा कहा सो गए थे तो बोला आवाज़ ही नहीं आयी ! मैंने भी
सोचा हा अब कहा आवाज़ आएगी अब तो मज़े रहे है ना !
जाते ही मैंने अपना कैमरा जेब में रख और बैठ गया !
मोउमिता   अब क़यामत लग रही थी घुटनों से ऊपर की हलकी सी स्कर्ट जो थोड़ी चिपकी हुई
सी थी क्योकि वो अब मोउमिता   पर बहुत कसी हुई रही थी पहले के मुकाबले मोउमिता 
का बदन काफी भर गया था ! उसके चूतड़ों की शेप उस स्कर्ट में क़यामत रही थी लो
कट का टॉप जो उसके चूचो की लकीर को दिखा रहा था ! उसके चूचो का साइज़ भी अब
बड़ा लग रहा था जरुर दोनों ने जम कर चुचे भीचे होंगे ! उस वक़्त तो मोउमिता   इस
कदर माल लग रही थी की मन कर रह था अभी इन तीनो के सामने ही उसे नंगी कर दू और
उन तीनो को उस पर चड़ने दूँ ! उसकी एक फोट में अभी आप को दिखता हूँ तो आप
अंदाज़ा लगाना की उस पर स्कर्ट और टॉप कैसा लग रहा होगा !


अब जो होना था जल्दी ही हो जाये तो अच्छा था किसी को इतना भी तड्पाना अच्छा
नहीं था ! पर जाने मुझे क्यों इन सब में मज़ा आने लगा था !! एक सुरसुरी सी हो
रही थी लंड तो बुरी तरह सलामी दे रहा था ! हम सब ने फिर से महफ़िल जमा ली पर अब
धीरे धीरे पी रहे थे ! मोउमिता   बेड पर लेटी हुई थी ! हम चारों सोफे पर विराजमान
थे ! मैंने बहाना बनाया की अब मुझे ज्यादा पीने की वज़ह से उलटी आने को हो रही
है तो में तो बाथरूम की तरफ चला गया ! वह जाते ही मैंने अपना फोन और लंड दोनों
निकाल लिए ! में रेकोर्डिंग चेक करने लगा ! !! हमारे जाते ही दरवाज़ा फिर से
बंद हो गया मोउमिता   अब बिस्तर पर फिर से आकर लेट गयी थी राजीव  वही सोफे पर से
उससे बात करने लगा था कौशिक  बाथरूम चला गया था ! वो बड़ी देर तक तो हँसते हुए
बातें करते रहे ! बातें करते करते अचानक राजीव  उठा और उसने कमरे की लाईट बंद कर
दी और बेड पर मोउमिता   के बगल में लेट गया और उसे उल्टा लेटाने लगा ! मोउमिता   ने
भी उससे काफी कोशिशे की पर उस ने उसे उलटा लेटा ही दिया ! अब मोउमिता   की गांड
उसकी तरफ थी और और उसने उसके चूतड़ों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया ! अँधेरा होने
की वज़ह से कुछ साफ़ नहीं दिख रहा था जो थोडा बहुत दिख रहा था वो भी टी वी की
रोशनी में दिख रहा था ! राजीव  अब जबरदस्ती उसकी स्कर्ट को ऊपर करने लगा मोउमिता 
की भी कोशिश यही थी कम से कम कुछ तो वो भी मना करे पर ये तो पक्का था की अब
उसका भी मन पूरी तरह से लंड लेने का हो चूका था क्योंकि जिस तरह से वो उलटी
पड़ी थी और राजीव  जिस तरह से उसकी गांड पर हाथ फेर रहा था उससे तो वो पूरी तरह
गरम हो चुकी होगी ! तभी राजीव  ने अपनी लुंगी यानि मोउमिता   की चुन्नी उतार दी !
और सीधा मोउमिता   के ऊपर चढ़ गया हालाँकि उसे स्कर्ट को ऊपर उठाया था पर मोउमिता 
ने उसे निचे कर दिया था राजीव  स्कर्ट के ऊपर ही उसकी गांड पर घिस्से मारने लगा
! मैंने सोचा शायद राजीव  को गांड मारने का शौक है तभी तो सुबह भी वो मोउमिता   की
गांड के ही पीछे पड़ा हुआ था ! घिस्से मरते मरते ही उसने निचे से मोउमिता   के
दोनों मुम्मो को पकड़ लिया

घिस्से मरते मरते ही उसने निचे से मोउमिता   के
दोनों मुम्मो को पकड़ लिया और उन्हें मसलने लगा ! तभी कौशिक  भी बाहर गया वो
वही सोफे पर बैठ गया और राजीव  से कुछ कहने लगा उसने लाईट भी जला दी अब लाईट
जलते ही राजीव  उठ खड़ा हुआ ! और कौशिक  से कुछ कहने लगा ! लाईट में उसका लंड साफ़
साफ़ दिखा कसम से इंच का काला सा नाग लग रहा था वो वही बेड पर मोउमिता   के पास
बैठ गया उसका लोड़ा बिलकुल तना हुआ था ! सोने भी मौका देख कर उठ गयी और कौशिक
के पास सोफे पर आकर बैठ गयी राजीव  भी उसके पीछे पीछे वही सोफे पर गया अब वो
दोनों मोउमिता   के दोनों तरफ हो गए थे पर मुझे वह से सिर्फ उनकी पीठ और सर का
हिस्सा ही दिख रहे थे आगे क्या हो रहा था पता नहीं चल रहा था तभी मोउमिता   उठी
और किचन की तरफ जाने लगी तो कौशिक  ने उसकी स्कर्ट पकड़ ली और उसे नीचे खीचने
लगा ! मोउमिता   ने भी बहुत मजबूती से अपनी स्कर्ट को थामा और अपने आप को खीचने
लगी पर कौशिक  ने उसे छोड़ा ही नहीं राजीव  भी उठ खड़ा हुआ और मोउमिता   को पीछे से
पकड़ लिया और उसके हाथों को उसकी स्कर्ट से हटाने लगा ! जिस तरह से उन तीनो की
जोर ज़बरदस्ती हो रही थी वो देखने में तो मज़ा ही गया राजीव  मोउमिता   के पीछे
चिपका पड़ा था कौशिक  ने स्कर्ट खीचते उतारते मोउमिता   की स्कर्ट में ही हाथ घुसा
दिया था और उसकी जांघों को भी दबाने लगा था ! इस जोर ज़बरदस्ती में आखिर जीत
उन दोनों की ही हुई और राजीव  ने मोउमिता   को पीछे से कस कर पकड़ा और कौशिक  ने
मोउमिता   की स्कर्ट नीचे उतार दी अब मोउमिता   सिर्फ एक टॉप और पेंटी में थी कौशिक
नीचे बैठा मोउमिता   की जांघों को रगड़ने लगा और फिर पेंटी के ऊपर ही उसकी चूत पर
हाथ फेरने लगा ! मोउमिता   की भी आँखें अब मदहोशी से बंद होने लगी राजीव  ने मोउमिता 
को आजाद कर दिया और उसके कूल्हों को दबाने लगा राजीव  ने पीछे से मोउमिता   की
पेंटी में हाथ डाल दिया और उसके गोल गोल चूतड़ों का मज़ा लेने लगा ! तब तक
कौशिक  ने भी अपना कच्छा उतार दिया था और उसका भी फुला हुआ लंड तनतनाया हुआ
मोउमिता   की चूत भेदने को तड़पने लगा ! कौशिक  खड़ा हो गया और मोउमिता   के आगे आकर
पेंटी के ऊपर ही उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा और राजीव  पीछे से अपना लोड़ा
मोउमिता   के पिछवाड़े में घिसने लगा ! अब तो मोउमिता   को आगे और पीछे से मज़े आने
लगे थे उसका एक मुम्मा कौशिक  बड़ा रहा था और एक मुम्मा राजीव  और दोनों के लंड
की रगड़ दोनों तरफ से आग भड़का रही थी तभी राजीव  ने पीछे से नीचे झुककर मोउमिता 
की पेंटी नीचे कर दी और अपना हथियार पकड कर उसको मोउमिता   के पीछे फिट करने लगा
! मोउमिता   ने तुरंत अपनी पेंटी ऊपर की और उन दोनों को धक्का देकर किचन की तरफ
दौड़ लगा दी कौशिक  ने पकड़ने की कोशिश की पर नाकामयाब रहा ! दोनों उसके पीछे
किचन की तरफ भागे अब वो तीनो किचन में थे और मुझे कुछ भी दिखाई या सुनाई नहीं
दे रहा था काफी देर हो गयी पर किचन में से कोई बाहर नहीं आया मुझे अब यकीं हो
गया की अब तक तो वो दोनों उसे वही किचन में पेल चुके होंगे ! करीब १५ मिनट के
बाद कौशिक  बाहर आया उसका लंड वैसे ही खड़ा हुआ था तना हुआ और आते ही वो बाथरूम
में घुस गया फिर कुछ देर बाद राजीव  भी उसके पीछे बाथरूम में चला गया उनके पीछे
पीछे मोउमिता   भी बाहर आयी वो उसी पेंटी और टॉप में थी आते ही उसने अपनी स्कर्ट
उठाई और उसे तुरंत पहन लिया ! उन दोनों के बाहर आने के बाद वो बाथरूम में चली
गयी. अब वो दोनों भी अपने अपने कपडे पहन चुके थे और वही सोफे पर बैठ गए थे !
मुझे कुछ समझ नहीं आया की क्या हुआ होगा ! पर ये जरुर लग रहा था की अब तक तो
मोउमिता   का एक बार गेम तो बज चूका था ! मोउमिता   बाहर आये और आकर उन दोनों के बीच
में बैठ गयी ...अब फिर वही वो दोनों उस के बदन से छेड़खानी करने लगे बार बार
कभी उसके मुम्मे भीच देते कभी उसकी स्कर्ट में हाथ डाल देते तो कभी उसकी
स्कर्ट को ऊपर कर देते ! तभी हम दोनों बाहर गए और वो सब अपनी अपनी जगह पर
वापस गए ! अब तो किचन के अन्दर क्या हुआ होगा ये तो वो तीनो ही बता सकते थे
! पर कैसे मैंने एक मौका छोड़ दिया एक लाईव चुदाई देखने का !मुझे अब काफी नशा
हो चूका था ! और मन भी बहुत भटक रहा था ! मोउमिता   की तीसरी क्लिप देखकर तो और
भी मुड ख़राब था ! अगर सब कुछ साफ़ साफ़ देख लेता तो मज़ा था कुछ दिखा भी नहीं और
मुड भी ख़राब हो गया !

सभी जब चलने को हुए तो मुझे लगा अब शायद कोई ना कोई तो रुकने के लिए बोलेगा ही
पर जब कोई कुछ नहीं बोला तो मैंने ही बात की शुरुआत की
"यार पर मेरा तो मन था दारू पीने का और तुम लोग अब जा रहे हो "
"अरे उनका भी तो घर है सुबह से वो भी यही है अब तो उन्हें भी जाने दो ना "
मोउमिता   ने थोडा सा बनावटी लहजे में कहा
"नहीं ऐसा नहीं है के में नहीं चाहता पर में भी तो रोज़ रोज़ नहीं पीता ना
इसलिए सोच रहा था आज थोडा सा नशे में झूम ही जाऊ "
"पर यार ऐसा है ना की कल फिर जाएँगे अब तो आना जाना लगा रहेगा ना ! क्यों
भाभी " राजीव  ने मुस्कराहट से कहा !
"हा हा क्यों नहीं आप ही का घर है जब मन करे तब जाए " मोउमिता   ने उनको खुल्ला
ऑफर किया
"चलो एक काम करते है तुम में से एक आज रात को हमारा मेहमान बन जाए " में उसके
साथ पी भी लूँगा और वो यही सो भी जाएगा " मैंने अपनी राय दी !
" अरे एक ही कमरे में हम कैसे सो पाएँगे " हमारे यहाँ तो एक ही बेड है "
मोउमिता   ने प्रश्न किया
"तो क्या हुआ एक सोफे पर सो जाएगा और ज्यादा हुआ तो निचे एक बिस्तर लगा लेंगे
"
"हा हा भाभी में नीचे सो जाऊंगा वैसे भी कल से तो देव शर्मा  भाई रोज़ रोज़ कहा
मिलने वाले है " राजीव  ने अपना रास्ता साफ़ किया !
"जैसी आप लोगों की मर्ज़ी में तो जा रहीं हूँ फ्रेश होने " ऐसा कह कर मोउमिता 
अन्दर बाथरूम में चली गयी
तो ये तय हुआ की अब मेरे साथ राजीव  रुकेगा राजीव  उन दोनों को बाहर तक छोड़ने गया
तो में भी चुपचाप उनके पीछे चलने लगा वो एक जगह खड़े होकर बातें करने लगे !
में वहा से थोड़ी दूर सीडियों की तरफ जाकर बैठ गया वहां से मुझे उनकी आवाजें
सुनाई दे रही थी पहले तो कुछ समझ नहीं आया पर फिर थोड़ी देर में सब सुनाई देने
लगा
"अबे तुम दोनों ने कुछ किया भी या नहीं या ऐसे ही लंड झाड़ कर गए सुबह की
तरह , इतना बढ़िया मौका था तुम दोनों के पास " आकाश  ने उन्हें ताना देते हुए
कहा !
" अरे भाई साली तो पूरी तैयार थी हमने भी पूरा अच्छी तरह रगड़ दिया बड़ी
मुश्किल से तो उसके कपडे उतारे " राजीव  ने अपने लंड पर हाथ फिरा कर कहा !
"मतलब कपडे ही उतारे या फिर उसके बाद भी कुछ किया " आकाश  ने कौशिक  से पूछा !
"भाई चुत मार मार के लाल कर दी उसकी " राजीव  फिर से बोला
अब मुझे वो सीन अपनी आँखों के आगे आने लगा की किस तरह से इन दोनों ने किचन में
मोउमिता   को चोदा होगा !
"अबे क्यूँ हवा में तीर मार रहा है , भाई इसने कुछ नहीं किया " कौशिक  ने राजीव
की बात काटी !
"मतलब" आकाश  चौंका !
और मुझे भी थोडा सा झटका लगा ! में और ध्यान से सुनने लगा
" हा भाई एक तो बड़ी मुश्किल से मैंने उसकी स्कर्ट उतारी और धीरे धीरे उसको
गरम भी कर दिया था पर इस राजीव  ने सब गड़बड़ कर दी "
"कैसे" आकाश  ने उत्सुकता से पूछा !
"भाई जब मैंने मोउमिता   की स्कर्ट उतर दी तब उसकी चुत पर हाथ और लंड फेर कर इतना
गरम कर दिया था की बस कुछ देर में वो अपनी टाँगें चौड़ी करके बिस्तर पर लेटी
होती और हम दोनों उसको बजा रहे होते ! पर इस राजीव  को हमेशा जल्दी होती है इसने
उसकी पेंटी जल्दबाजी में नीचे उतार दी और उसकी पीछे से मारने की कोशिश करने
लगा " कौशिक  की आवाज़ में मायूसी थी
"अच्छा फिर"
"फिर क्या उसने हमें धक्का दिया और वो सीधा किचन के अन्दर भाग गयी, में तब भी
उसके पीछे वहा तक पहुच गया और उसको दीवार के सहारे लगा के फिर से उसे गरम करने
लगा, गरम तो वो बहुत थी पर हम दोनों को एक साथ देख कर शायद डर गयी थी फिर
मैंने इस राजीव  को उसके हाथ पकड़ने को कहा, और उसकी टी शर्त उतरने लगा पर वो भी
पूरी कोशिश कर रही थी, मैंने उसको पीछे से कस के पकड़ा तब कही जाकर उसकी टी
शर्त को ऊपर उठा पाया ! फिर कुछ देर और थोड़ी ज़बरदस्ती करके ऊपर से उसको नंगी
कर दिया वो व्चिल्ला तो नहीं रही थी पर उसने अपने चुचे अपने हाथों से छुपा लिए
और वही कोने में बैठ गयी , पर हमने भी उसे ज़बरदस्ती उठा ही लिया "
"अच्छा मस्त चूचियां है ना साली की " आकाश  ने अपने होठों पर जीभ फेरी !
"हा भाई कतल है पूरी मैंने तो वही दीवार से लगा कर चुचे चूस डाले , राजीव  फिर
जल्दी करने लगा में इसको मना भी कर रहा था जल्दी ना कर आराम से लेते है पर
इसको डर था कही तुम ना जाओ , इसने मोउमिता   की पेंटी फिर नीचे उतार दी !
"वो मना करने लगी नहीं अभी नहीं पर ये महाराज तो वासना के पुजारी बन चुके थे !
अब मोउमिता   को पूरी नंगी तो कर ही चुके थे मैंने सोचा अब ये राजीव  तो मानेगा
नहीं चलो अब काम कर ही देते है तो मैंने उसको पीछे से पकड़ लिया और पहला मौका
इस राजीव  को दिया "
"और ये चुतिया भी अपना लोडा पकड़ कर उसकी चुत में डालने लगा अब खड़े खड़े तो चुत
मारने का मज़ा ही अलग है इसने अपना लोडा अन्दर घुसाया और झटके मारना चालू कर
दिया "
"तो मतलब तुमने साली को चोद दिया ना " आकाश  ने टोका!
अरे कहा भाई ये साला इतना गरम हो चूका था और उससे पहले साली के चूतड़ों पर
इतने घिस्से लगा चूका था की ये झटकों में ही ढेर हो गया ; तीन झटकों में ही
इसका पानी निकल गया !
"अबे चुतिया तू भी साले ठरकी ही रहेगा , साले इतना बढ़िया मौका था आराम आराम
से पेल लेते आकाश बोला
"और तुने कुछ नहीं किया फिर " आकाश  ने कौशिक  से पूछा !









No comments:

Post a Comment